यूके को ज्यादा लीची एक्सपोर्ट करने की संभावनाएं टटोलने में जुटा पंजाब

यूके को ज्यादा लीची एक्सपोर्ट करने की संभावनाएं टटोलने में जुटा पंजाब

यूके को ज्यादा लीची एक्सपोर्ट करने की संभावनाएं टटोलने में जुटा पंजाब

चंडीगढ़, 11 जुलाई। पंजाब की लीची की पहली खेप हाल ही में इंग्लैंड को सफलतापूर्वक एक्सपोर्ट करने के बाद आज इंग्लैंड (यूके.) की डिप्टी हाई कमिश्नर कैरोलिन रोवेट द्वारा पंजाब के बाग़बानी मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा के साथ मुलाकात करके भविष्य में लीची के निर्यात संबंधी अगली रणनीति और खेती सहायक तकनीकों को साझा एवं उत्साहित करने के मद्देनज़र विचार-विर्मश किया गया।

पंजाब से कृषि संबंधी निर्यात संभावनाओं को बढ़ाने और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को उत्साहित करने पर केंद्रित इस उच्च स्तरीय बैठक के दौरान जौड़ामाजरा ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार राज्य के उत्पादों को वैश्विक स्तर पर बनता स्थान दिलाने की दूर-दर्शी सोच रखती है। इस दिशा में हाल ही में राज्य से लीची एक्सपोर्ट करने का हवाला देते उन्होंने कहा कि राज्य के उत्पादों को दुनिया भर के नए बाज़ारों में बढ़ावा देने के मद्देनज़र सरकार की यह पहलकदमी एक नई उदाहरण है।

बैठक के दौरान पंजाब के निर्यात के लिए एकीकृत ब्रांड के विकास सहित सौर ऊर्जा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस व ड्रोन मैपिंग, खेती की उन्नत तकनीक, खेती कारोबार उद्यमों संबंधी अवसर एवं कार्बन, वाटर क्रेडिट की तलाश के बारे संभावी सहयोग से संबंधित विस्तार पूर्वक चर्चा की गई।

श्रीमती रोवेट ने लीची निर्यात प्रोग्राम में गहरी रूचि व्यक्त की और पंजाब और ब्रिटेन में भविष्य के सहयोग के लिए आगे रूपरेखा बनाने का भरोसा दिया।
बाग़बानी मंत्री स.चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने बताया कि राज्य से लीची की अगली बड़ी खेप जल्दी इंग्लैंड को एक्सपोर्ट की जाएगी।

बता दें कि राज्य सरकार द्वारा कृषि और प्रोसैसड फ़ूड प्रोडक्टस एक्सपोर्ट डिवैल्पमैंट अथारिटी (अपेडा) के सहयोग से हाल ही में शुरू किया गया लीची निर्यात पंजाब के कृषि क्षेत्र के विकास के लिए एक अहम मील पत्थर साबित हुआ है। राज्य के नीम-पहाड़ी ज़िलों पठानकोट, गुरदासपुर और होशियारपुर से एक्सपोर्ट की गई लीची इस क्षेत्र के अनुकूल माहौल के स्वरूप अपने गहरे लाल रंग और मिठास के कारण मशहूर है।
बता दें कि पंजाब में लीची की खेती 3,250 हेक्टेयर क्षेत्रफल में की जाती है, जहाँ से लगभग 13,000 मीटरक टन सालाना लीची की पैदावार होती है, जिससे पंजाब को विश्व लीची मंडी में बड़े काश्तकार के तौर पर स्थान प्राप्त है।

बैठक में डायरैक्टर बाग़बानी श्रीमति शैलिन्दर कौर और अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।

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