पंजाब सरकार का बाल विवाह उन्मूलन को लेकर बड़ा अभियान

पंजाब सरकार का बाल विवाह उन्मूलन को लेकर बड़ा अभियान
चंडीगढ़, 30 जून। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार राज्य को बाल विवाह की बुराई से मुक्त करने के लिए लगातार प्रयासरत है। इस संबंध में जानकारी साझा करते हुए सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि सरकार के सक्रिय हस्तक्षेप और जागरूकता अभियानों के सकारात्मक परिणाम प्राप्त हो रहे हैं।
डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि जनवरी 2024 से दिसंबर 2024 तक विभाग द्वारा समय पर कार्रवाई कर 42 बाल विवाहों को सफलतापूर्वक रोका गया, जबकि जनवरी 2025 से मार्च 2025 के बीच 16 अन्य मामलों को भी रोका गया। इस प्रकार पिछले 15 महीनों में पंजाब में कुल 58 बाल विवाह टाले गए हैं।
मंत्री ने कहा कि यह उत्साहजनक उपलब्धि पंजाब सरकार की बच्चों के अधिकारों और उनके सुरक्षित भविष्य के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है। उन्होंने दोहराया कि बाल विवाह एक गंभीर सामाजिक बुराई है और इसे पूरी तरह समाप्त करने के लिए सख्त रोकथाम उपाय किए जा रहे हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि राज्य में चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 चौबीसों घंटे सक्रिय है, जिसके माध्यम से कोई भी नागरिक बाल विवाह या बच्चों से संबंधित किसी भी प्रकार के शोषण या दुर्व्यवहार की सूचना गोपनीय रूप से दे सकता है। सूचना देने वाले की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाती है, ताकि लोगों को निडर होकर रिपोर्ट करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। इसके अतिरिक्त, अपने गांव के सीनियर सेकेंडरी सरकारी स्कूलों के प्रिंसिपल और बाल विकास परियोजना अधिकारी, जिन्हें बाल विवाह रोकथाम अधिकारी नियुक्त किया गया है, को भी इस प्रकार की घटनाओं की तुरंत जानकारी दी जा सकती है, ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके।
डॉ. बलजीत कौर ने आगे कहा कि जो भी माता-पिता या व्यक्ति बाल विवाह करवाने या उसे प्रोत्साहित करने का प्रयास करेगा, उसके विरुद्ध क़ानून के अनुसार कड़ी सजा का प्रावधान है। उन्होंने बल देते हुए कहा कि बाल्यावस्था बच्चों के भविष्य को संवारने का समय है और इस उम्र में विवाह करना उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ है, जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
डॉ. बलजीत कौर ने बताया कि बाल विवाह को रोकने के लिए सरकार द्वारा विवाह के मौसम में विशेष जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। ये जागरूकता कार्यक्रम जिले और गांव स्तर पर शीघ्र ही प्रारंभ किए जाएंगे ताकि बाल विवाह के मामलों पर सख्ती से अंकुश लगाया जा सके।
अंत में डॉ. बलजीत कौर ने शिक्षकों, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा वर्करों, सरपंचों, गैर-सरकारी संगठनों और जागरूक नागरिकों से अपील की कि वे इस सामाजिक बुराई को समाप्त करने में सरकार का सहयोग करें, ताकि हर बच्चे के लिए एक प्रगतिशील और सुरक्षित पंजाब का निर्माण हो सके।