पंजाब सरकार के मंत्री मोहिंदर भगत ने शहीद दलजीत सिंह को दी श्रद्धांजलि
पंजाब सरकार के मंत्री मोहिंदर भगत ने शहीद दलजीत सिंह को दी श्रद्धांजलि
गुरदासपुर, 8 अगस्त। लद्दाख में हाल ही में एक हादसे के दौरान देश के लिए अपनी जान कुर्बान करने वाले भारतीय सेना के जवान ए.एल.डी. दलजीत सिंह की याद में आज गुरुद्वारा श्री टाहली साहिब, गाल्हड़ी में श्री अखंड पाठ साहिब का भोग डाला गया और अंतिम अरदास आयोजित की गई। इस अवसर पर पंजाब सरकार के रक्षा सेवाएं कल्याण, स्वतंत्रता सेनानी एवं बागवानी मंत्री मोहिंदर भगत विशेष रूप से श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे।
इस मौके पर पंजाब हेल्थ सिस्टम कॉर्पोरेशन के चेयरमैन श्री रमन बहल , दीनानगर से वरिष्ठ जन नेता और आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री शमशेर सिंह, जिला प्रधान जोबन रंधावा सहित बड़ी संख्या में स्थानीय निवासी शहीद ए.एल.डी. दलजीत सिंह को श्रद्धा सुमन अर्पित करने पहुंचे। श्री अखंड पाठ साहिब के भोग उपरांत गुरुद्वारा श्री टाहली साहिब में रागी जत्थे द्वारा भावपूर्ण कीर्तन किया गया।
कैबिनेट मंत्री मोहिंदर भगत ने कहा कि देश को अपने इस वीर सपूत शहीद दलजीत सिंह पर गर्व है, जिन्होंने लद्दाख जैसे कठिन क्षेत्र में देश की रक्षा करते हुए वीरगति प्राप्त की। उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री स भगवंत सिंह मान की ओर से शोक संतप्त परिवार के साथ संवेदना व्यक्त करने आए हैं और यह विश्वास दिलाने आए हैं कि पंजाब सरकार इस दुख की घड़ी में हर तरह से परिवार के साथ खड़ी है।
मंत्री ने बताया कि पंजाब सरकार की ओर से शहीद दलजीत सिंह के परिवार को एक्स-ग्रेशिया सहायता के रूप में कुल एक करोड़ रुपये प्रदान किए जाएंगे, जिसमें से छह लाख रुपये का चेक आज ही परिजनों को सौंप दिया गया है और शेष 94 लाख रुपये आवश्यक कागजी कार्रवाई के पूर्ण होने के बाद शीघ्र ही सौंपे जाएंगे।
भगत ने यह भी बताया कि शहीद के भाई को सरकारी नौकरी दी जाएगी, गांव के सरकारी स्कूल का नामकरण शहीद दलजीत सिंह के नाम पर किया जाएगा और गांव की मुख्य प्रवेश द्वार पर शहीद की स्मृति में एक स्मारक गेट भी बनाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार शहीदों के परिवारों की भलाई के लिए हमेशा प्रतिबद्ध रही है, क्योंकि ये परिवार देश और समाज की अनमोल धरोहर हैं। इस अवसर पर मंत्री ने शहीद के पिता स गुलजार सिंह को विशेष रूप से सम्मानित भी किया।
इस मौके पर रमन बहल, शमशेर सिंह सहित विभिन्न धार्मिक और राजनीतिक शख्सियतों ने भी शहीद को श्रद्धांजलि दी।
