यूआईडीएआई और पुलिस विभाग का सहयोग: आधार के कानूनी पहलुओं पर प्रशिक्षण

यूआईडीएआई और पुलिस विभाग का सहयोग: आधार के कानूनी पहलुओं पर प्रशिक्षण
चंडीगढ़, 24 जून। आधार नियमों की बेहतर समझ और पुलिस सेवाओं के साथ इसके कानूनी एकीकरण के लिए पंजाब पुलिस के कम्युनिटी अफेअरज़ डिवीज़न (सीएडी) ने भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के क्षेत्रीय दफ़्तर, चंडीगढ़ के सहयोग के साथ पुलिस अधिकारियों को प्रशासन और कानून प्रवर्तन में आधार के सुरक्षित प्रयोग के बारे अवगत करवाने के लिए जागरूकता वर्कशाप का आयोजन किया।
इस सैशन का संचालन स्पेशल डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस (स्पेशल डीजीपी) कम्युनिटी अफेअरज़ डिवीज़न गुरप्रीत कौर दिओ और राम सिंह एडीजीपी टीऐसऐस की मौजूदगी में डीडीजी चंडीगढ़ कमांडर धीरज सरीं के नेतृत्व अधीन यूआईडीएआई क्षेत्रीय दफ़्तर की टीम द्वारा किया गया जिसमें प्रशासन और कानून लागूकरण में आधार के सुरक्षित प्रयोग को यकीनी बनाने के बारे विचार-चर्चा की गई। इस सैशन में पंजाब के सभी जिलों से 100 पुलिस अधिकारियों ने भागीदारी की।
यूआईडीएआई टीम ने आधार तस्दीक सम्बन्धी साधनों, जिनमें एम-आधार एप भी शामिल है, के बारे व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया और पुलिस जांच के दौरान दुरुपयोग को रोकने के लिए कानूनी सीमाओं के बारे जानकारी दी।
इस मौके पर बोलते हुये स्पेशल डीजीपी गुरप्रीत कौर दिओ ने कहा कि यह सैशन कानूनी और गोपनीयता सम्बन्धी मानकों की पालना को यकीनी बनाते हुये यूआईडीएआई और कानून लागूकरण वाली एजेंसियों के दरमियान तालमेल को मज़बूत करने की दिशा की तरफ एक अहम कदम है। उन्होंने कहा कि हमारे अधिकारी अब डाटा सुरक्षा के साथ समझौता किये बिना आधार से सम्बन्धित तस्दीक प्रक्रियाओं के साथ बेहतर ढंग से निपट सकते हैं।
इस दौरान यूआईडीएआई टीम ने पुलिस अधिकारियों की तरफ से एम-आधार एप के प्रयोग के द्वारा आधार सम्बन्धी प्रमाणों की पुष्टि करने के बारे जानकारी दी और आधार से सम्बन्धित कानूनी मुद्दों और गोपनीयता चिंताओं के बारे चर्चा की।