पहलवान विनेश फोगाट के मुद्दे पर सियासत में चले कुश्ती के दांव-पेंच

पहलवान विनेश फोगाट के मुद्दे पर सियासत में चले कुश्ती के दांव-पेंच

पहलवान विनेश फोगाट के मुद्दे पर सियासत में चले कुश्ती के दांव-पेंच

चंडीगढ़, 8 अगस्त। पहलवान विनेश फोगाट के मुद्दे पर हरियाणा के की राजनीति में सियासी दिग्गजों के बीच दांव-पेंच तेज हो गए हैं। एक ओर जहां पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने विनेश फोगाट को राज्यसभा भेजने की बात उछाली पर विधायकों की संख्या की मजबूरी भी जाहिर कर दी वहीं जेजेपी नेता दिग्विजय चौटाला ने हुड्डा को अगर-मगर छोड़कर विनेश को राज्यसभा भेजने की नसीहत दी है। इन सियासी दांव पेंच के बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भी एक कदम आगे बढ़कर विनेश फोगाट को ओलंपिक रजत विजेता के समान इनाम और सुविधाएं देने की घोषणा कर दी है।

हुड्डा से मिलने के लिए आज शूटिंग में दो ओलंपिक पदक जीतने वाली मनु भाकर और उनके माता-पिता भी पहुंचे। हुड्डा ने मनु भाकर को बहुत-बहुत बधाई और आशीर्वाद दिया। इस मौके पर सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा भी मौजूद रहे। उन्होंने भी मनु भाकर को बधाई व शुभकामनाएं दी। हुड्डा ने कहा कि छोटी उम्र में मनु भाकर ने बड़ी उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने सिर्फ अपने माता-पिता, गांव व प्रदेश का ही नहीं, बल्कि पूरे देश का मान बढ़ाया है।

अपने आवास पर पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि पेरिस ओलंपिक में देश की बेटी और हरियाणा की शान विनेश फोगाट को अयोग्य घोषित किया जाना, बहुत दुर्भाग्यपूर्ण फैसला है, ऐसी शंका है कि इसमें कोई साजिश है। भारतीय ओलंपिक संघ को उनके अयोग्य घोषित करने के फैसले को चुनौती देनी चाहिए और इसकी जांच होनी चाहिए।

हुड्डा ने अगर कांग्रेस के पास विधायकों की संख्या पूरी होती तो निश्चित ही पार्टी विनेश को राज्यसभा भेजती। क्योंकि विनेश फोगाट ने खेलों में देश का नाम रोशन किया है। इस ओलंपिक में उनका प्रदर्शन बेहद शानदार रहा। उन्होंने दुनियाभर की धुरंधर पहलवानों को पटकनी दी। पहले ही मैच में उन्होंने जापान की ऐसी पहलवान को हराया जो अब तक अजेय रही थीं। अगर उन्हें अयोग्य नहीं ठहराया जाता तो निश्चित ही विनेश देश के लिए गोल्ड मेडल लेकर आतीं।कांग्रेस पार्टी की भावना है कि विनेश फोगाट को राज्यसभा भेजा जाना चाहिए। इससे तमाम खिलाड़ियों, महिलाओं का हौसला बढ़ेगा और पूरे देश में सकारात्मक संदेश जाएगा।

उन्होंने कहा कि  खिलाड़ियों को इनाम और सम्मान देने में किसी भी तरह की कोई कमी-पेशी नहीं होनी चाहिए। क्योंकि खेल युवा शक्ति को उचित दिशा देने का सबसे सशक्त माध्यम है। इसीलिए कांग्रेस कार्यकाल के दौरान ‘पदक लाओ, पद पाओ’ की खेल नीति बनाई गई थी। इसमें खिलाड़ियों को डीएसपी जैसे उच्च पदों पर नियुक्ति का प्रावधान किया गया था। कांग्रेस सरकार ने 750 से ज्यादा खिलाड़ियों को खेल नीति के तहत सरकारी विभागों में नियुक्तियां दी थीं। साथ ही खिलाड़ियों के लिए नौकरियों में तीन प्रतिशत कोट का प्रावधान किया गया था। खिलाड़ियों को देश में सबसे ज्यादा 5 करोड़ रुपए तक की नकद इनाम राशि देने की शुरुआत भी कांग्रेस ने ही की थी। इस नीति की पूरे देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में सराहना हुई थी।

आज उत्तर प्रदेश और मणिपुर जैसे भाजपा शासित राज्य भी कांग्रेस की उस नीति का अनुसरण कर रहे हैं। लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हरियाणा की भाजपा सरकार ने इस नीति को खत्म कर दिया और खिलाड़ियों से इंस्पेक्टर व डीएसपी जैसे पदों पर नियुक्ति का अधिकार छीन लिया। इस सरकार ने नौकरियों में खिलाड़ियों का 3 प्रतिशत कोटा भी लगभग समाप्त कर दिया है। लेकिन प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर फिर से ‘पदक लाओ, पद पाओ’ नीति को लागू किया जाएगा। स्कूल प्रतियोगिताओं से लेकर ओलंपिक तक हर स्तर पर खेल व खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देना कांग्रेस सरकार की प्राथमिकता होगी।

अगर मगर न करें भूपेंद्र हुड्डा, राज्यसभा में भेजे विनेश फोगाट को – दिग्विजय चौटाला
जननायक जनता पार्टी के प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला ने हरियाणा के सभी राजनीतिक दलों से आग्रह करते हुए कहा कि विनेश फोगाट को राज्यसभा भेजकर उनका सम्मान बढ़ाना चाहिए। दिग्विजय ने कहा कि विनेश के राज्यसभा जाने से हरियाणा की शान बढ़ेगी और प्रदेश की बेटी सदन में हरियाणा और खिलाड़ियों की अच्छे से पैरवी करेगी।

दिग्विजय चौटाला ने कहा कि ओलंपिक से विनेश फोगाट का डिसक्वालिफाई होने का मुद्दा राजनीतिक नहीं बल्कि सभी के भावना से जुड़ा हुआ है इसलिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा वीनेश को राज्यसभा भेजने के विषय पर ‘अगर-मगर’ न करें। उन्होंने कहा कि सभी 90 विधायकों को मिलकर बहन विनेश फोगाट को आगे बढ़ाने के लिए कदम उठाना चाहिए और भूपेंद्र हुड्डा को भी इसमें सहयोग करना चाहिए, न कि वे नंबर न होने की बात करें।

जेजेपी प्रधान महासचिव ने यह भी कहा कि वर्ष 2016 में विनेश फोगाट को पैर में चोट लगी थी और उस समय के खेल मंत्री अनिल विज ने चोटिल खिलाड़ी को सम्मानित करने से मना कर दिया था, बड़ी-बड़ी बातें करने वाले भूपेंद्र और दीपेंद्र हुड्डा तब कहां थे?  दिग्विजय चौटाला ने कहा कि इनसो द्वारा दादरी में विनेश फोगाट का सम्मान समारोह किया गया था और इनसो ने कुल 11 लाख रुपए की राशि एकत्रित करके उन्हें सम्मानित किया। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि विनेश फोगाट के साथ आज बहुत बड़ा अन्याय हुआ है इसलिए हम सबको मिलकर उन्हें राज्यसभा भेजना चाहिए।

दूसरी ओर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि विनेश फोगाट हरियाणा की बेटी है और उनके ओलंपिक में किए गए प्रदर्शन पर हमें बहुत गर्व है। विनेश फोगाट ने न केवल हरियाणा का बल्कि भारत का नाम अंतरराष्ट्रीय पटल पर रोशन किया है। उन्होंने कहा कि किन्हीं भी कारणों से वो भले ही ओलंपिक का फाइनल नहीं खेल पाई हों लेकिन हम सबके लिए वो एक चैंपियन है। इसलिए हरियाणा सरकार ने फैसला किया है कि विनेश फोगाट को ओलंपिक रजत पदक विजेता के समान इनाम और सुविधाएं दी जाएंगी। उन्होंने मनु भाकर और सरबजोत सिंह को भी ओलंपिक में पदक हासिल करने पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

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